
Apprentice Stipend Hike: देश के लाखों युवाओं के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है केंद्र सरकार की तरफ से हाल ही में अप्रेंटिस स्टाइपेंड में शानदार बढ़ोतरी की गई है। अप्रेंटिस स्टाइपेंड में अधिकतम 80% की बढ़ोतरी कर दी गई है जिससे अब अभ्यर्थियों को बढ़ा हुआ स्टाइपेंड हर महीने मिलेगा। बीते दिनों इस संबंध में सेंट्रल स्किल डेवलपमेंट एंड इंडस्ट्रीज मिनिस्ट्री ने नोटिफिकेशन जारी किया इसके साथ ही अप्रेंटिस अधिनियम में भी कई सारे बदलाव को भी मंजूरी दी गई है।
अप्रेंटिस अधिनियम में बदलाव के बाद अब अप्रेंटिस कर रहे हैं अभ्यर्थियों को अधिक स्टाइपेंड मिलेगा ही मिलेगा साथ में अन्य कई बदलावों का भी लाभ युवाओं को मिलेगा।
अब हर महीने मिलेगा 12300 रुपये महीने स्टाइपेंड
अप्रेंटिस एक्ट में बदलाव करने के बाद अब देश में अप्रेंटिसशिप करने वाले अभ्यर्थियों को अधिक स्टाइपेंड मिलेगी।
कोई भी कंपनी युवाओं से फ्री में काम नहीं कर सकती , स्टाइपेंड अधिनियम के तहत वह अभ्यर्थियों को अप्रेंटिसशिप के रूप में रखती है और उसके बदले में स्टाइपेंड दिया जाता है। बता दे कि अभी तक इस स्टाइपेंड 6800 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाता था जिसे स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री की तरफ से नियमों में बदलाव करते हुए युवाओं का इस स्टाइपेंड की राशि को बढ़ाकर 12300 रुपये कर दिया गया है , स्टाइपेंड में बढ़ोतरी डबल तो नहीं फिर भी 80% की बढ़ोतरी हो चुकी है।
अप्रेंटिसशिप नियम, 1992 में हुआ बदलाव
डिग्री अप्रेंटिसशिप को बढ़ावा देना
डिस्टेंस या वर्चुअल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग देना
क्षेत्रीय बोर्डों का विस्तार करना
उद्योगों का व्यापक कवरेज सुनिश्चित करना
अब सिर्फ 15% ट्रेनी रख सकती हैं कंपनियां
अप्रेंटिसशिप एक्ट 1992 में बदलाव के तहत अब कोई भी कंपनी या संस्थान अपनी पूरी कैपेसिटी के 2.5 से लेकर 15% के बीच ट्रेनिंग की नियुक्ति कर सकती हैं , इसमें संविदा कर्मचारी भी शामिल हैं।
लेकिन इस बदलाव में ये शर्त रखी गई है कि कुल संख्या का कम से कम 5% पद नए ट्रेनी और स्किल सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुके ट्रेनियों के लिए आरक्षित होंगे , नोटिफिकेशन में स्पष्ट किया गया है कि यदि नए ट्रेनियों के लिए आरक्षित पद नहीं भरे जा सकते हैं, तो रिक्त पड़े पदों में अन्य ट्रेनियों को रखा जा सकता है।